मुगल कालीन साहित्य |
मुगल कालीन साहित्य –
- तुजुके बाबरी(बाबरनामा)- यह पुस्तक बाबर(स्वयं की आत्मकथा)द्वारा तुर्की भाषा में लिखी गई।
- दीवान (काव्य-संग्रह)- तुर्की भाषा में बाबर द्वारा लिखित।
- रिसाल-ए-उसज(खत-ए-बाबरी)- यह तुर्की भाषा में बाबर द्वारा लिखित।
- मूबइयान(मुस्लिम कानून की पुस्तक)-यह पद्य शैली में तुर्की भाषा में बाबर द्वारा लिखित।
- हुमायूँनामा– फारसी भाषा में गुलबदन बेगम द्वारा लिखित।
- तारीखे-रशीदी-फारसी भाषा में मिर्जा हैदर दोगलत ( बाबर का मौसेरा भाई) द्वारा रचित।
- तजकिरात-उल-वाकियात-फारसीभाषा में जौहर आफतावची(हुमायूँ का पुराना नौकर) द्वारा लिखित।
- वाकयात-ए-मुश्ताकी- फारसी भाषा में रिज्जकुल्लाह मुश्ताकी द्वारा लिखित।
- तोहफा-ए-अकबरशाही-अब्बास खाँ सरवानी द्वारा फारसी भाषा में लिखित।
- नफाइस-उल-मासिर-मीर अलाद्दौला कजवीनी द्वारा फारसी भाषा में लिखा गया।
- तारीख-ए-अल्फी-मुल्ला– दाउद द्वारा फारसी भाषा में लिखा गया।
- अकबरनामा(आइने-अकबरी)-अबुल फजल द्वारा फारसी भाषा में लिखा गया।
- तबकाते-अकबरी- यह फारसी भाषा मेंनिजामुद्दीन अहमद द्वारा लिखा गया।
- मुन्तख-उल-तवारीख-यह फारसी भाषा में अब्दुल कादिर बदायूँनी द्वारा लिखा गया।
- तुजुके जहाँगीरी(जहाँगीर की आत्मकथा) – इसकी रचना फारसीभाषा में जहाँगीर,मौतमिद खां,मुहम्मद हादी
- इकबालनामा-ए-जहाँगीरी-फारसी भाषा में मौतमिद खाँ बख्शी द्वारा रचित।
- मआसिरे-जहाँगीरी-यह फारसी भाषा में ख्वाजा कामगार द्वारा रचित है।
- पादशाहनामा-मोहम्मद अमीन कजवीनी द्वारा फारसी भाषा में रचित।
- पादशाहनामा-फारसी भाषा में अब्दुल हमीद लाहौरी,मोहम्मद वारिस ने पूर्ण किया।
- अk"मल-ए-सालेह-फारसी भाषा मेंमोहम्मद सालेह द्वारा रचित।
- चहार-चमन-फारसी भाषा में चंद्रभानद्वारा रचित।
- शाहजहाँनामा–फारसी भाषा में इनायत खाँ द्वारा रचित।
- आलमगीरनामा-यह फारसी भाषा में काजिम शीराजी द्वारा रचित।
- वाकयात-ए-आलमगीरी-फारसी भाषा में आकिल खाँ द्वारा रचित।
- फुतुहात-ए-आलमगीरी-फारसी भाषा में ईश्वरदास नागर द्वारा रचित।
- मासिर-ए-आलमगीरी–फारसी भाषा में साकी मुसतिद खाँ द्वारा रचित।
- मुन्तखब-उल-लुबाब-फारसी भाषा में खफी खाँ द्वारा रचित।
- नुख्शा-ए-दिलकुशाँ– फारसी भाषा में भीमसेन सक्सेना बुरहानपुरी द्वारा रचित।
- खुलासत-उल-तवारीख-फारसी भाषा में सुरजनराय भंडारी द्वारा रचित।
- मज्म-उल-बहरीन-फारसी भाषा में दाराशिकोह द्वारा रचित।
अनूदित पुस्तकें-
- रज्मनामा(महाभारत के विभिन्न भागों का समकलन)- फारसी भाषा में बदायूँनी,नकीब खाँ एवं अब्दुल कादिरद्वारा किया गया।
- रामायण– इसका फारसी भाषा में संकलन अब्दुल कादिर बदायूँनी ने किया था।
- अथर्ववेद – इसका फारसी भाषा में संकलन हाजी इब्राहीम सरहिन्दी ने किया था।
- भागवत पुराण-फारसी भाषा में संकलन राजा टोडरमल ने किया था।
- भगवद् गीता-iym फारसी भाषा में संकलन दारा शिकोह ने किया था।
- योगवशिष्ठ – फारसी भाषा में दारा शिकोह द्वारा संकलित ।
- बावन उपनिषद(सिर्र-ए-अकबर) –फारसी भाषा में संकलन दारा शिकोहद्वारा।
- कालिया दमन(अयार-अ-दानिश)-फारसी भाषा में अबुल फजल ।
- Uराजतरंगिणी– फारसी भाषा में मौलाना शाह मुहम्मद शाहाबादी।
- लीलावती (गणित की पुस्तक)-फारसीभाषा में फैजी द्वारा।
- बाबरनामा – फारसी भाषा में अब्दुर्रहीम खानखाना एवं पायंदा खाँ द्वारा।
- तजक या तुजुक (ज्योतिष ग्रंथ) –फारसी भाषा में जहार-ए-जहन नाम से मुकम्मल खाँ गुजराती द्वारा अनुवादित किया गया है।
- नल-दमयंती- फारसी भाषा में फैजीद्वारा अनुवादित।
अन्य महत्त्वपूर्ण तथ्य-
- रामायण का बंगला भाषा में अनुवाद कृत्तिवास ने बारबकशाह के काल में किया।इसे बंगाल की बाइबिल कहा गया है।
- महाभारत का बंगला भाषा में प्रथम अनुवाद काशीरीम दास ने बंगाल के शासक नुसरत शाह के आदेश पर किया था।
- मालधर बसु ने रुकनुद्दीन बारबकशाह के शासन काल में 1473ई. में श्रीकृष्ण – विजय (बंगला) में लिखना प्रारंभ किया। उसने सुल्तान हुसैनशाह (1493-1519ई.) की आज्ञा से भगवतगीता का बंगला में अनुवाद किया।सुल्तान हुसैनशाह ने उसे-गुणराज खान की उपाधि प्रदान की।
- हुसैनशाह ने सेनापति परागल खाँ परमेश्वर से,जो कवीन्द्र भी कहा जाता था, से महाभारत का बंगला भाषा में दूसरा अनुवाद कराया।
- हुसैनशाह के ही काल में श्रीकर नंदी ने महाभारत के अश्वमेध – पर्व का बंगला में अनुवाद किया।
- फतवा-ए-आलमगीरी (प्रसिद्ध मुस्लिम कानून की पुस्तक) ही एकमात्र ऐसी साहित्यिक रचना थी, जिसे औरंगजेब ने लिखने का स्वयं आदेश दिया था।उसके अतिरिक्त वह किसी भी इतिहास- लेखन के विरुद्ध था।
Hiii Frndzzzz!!!!!!
आपसे गुज़ारिश है की हमारे डाटा पसंद आने पर लाइक, कमेंट और शेयर करें ताकि यह डाटा दूसरों तक भी पहुंच सके और हम आगे और भी ज़्यादा जानकारी वाले डाटा आप तक पहुँचा सकें, जैसा आप हमसे चाहते हैं.
Thanxxxx A Lot
No comments:
Post a Comment