विश्व के प्रमुख मरुस्थल/रेगिस्तान |
विश्व के प्रमुख मरुस्थल/रेगिस्तान
By:-- Nurool Ain Ahmad
- भूमध्य रेखा को विषुवत रेखा अथवा 0 डिग्री अक्षांश रेखा कहा जाता है|पृथ्वी पर 900अक्षांश रेखाएं उत्तरी गोलार्द्ध में तथा 900अक्षांश रेखाएं दक्षिणी गोलार्द्ध में स्थित हैं | विषुवत रेखा पर वर्षभर सूर्य की किरणें लम्बवतपड़ती हैं|अत: सूर्यातप की सबसे ज्यादा मात्रा विषुवत रेखा पर ही प्राप्त होती है |सूर्यातप की अधिक मात्रा होने के कारण विषुवत रेखा पर हवाएं गर्म होकर ऊपर उठने लगती हैं जिससे संवहनीय धाराओं का निर्माण होता है |
- विषुवत रेखा पर सूर्यातप के कारण सागरों की सतह से हवाएं गर्म होकर जलवाष्प के रूप में ऊपर उठती हैं | वायुमंडल में जलवाष्प के रूप में उठी हुई सागरीय हवाएं ठण्डी होकर जल बूंदों में परिवर्तित हो जाती हैं जिससे वर्षा होती है | यही कारण है कि विषुवत रेखा पर वर्षभर वर्षा होती है |
- विषुवत रेखा पर वर्षभर वर्षा होती है इसलिए यहाँ मरूस्थल नहीं पाये जाते हैं|विषुवत रेखा पर वर्षा वन पाये जाते हैं | यह घने जंगलों का क्षेत्र होता है| यहाँ मरूस्थल की कल्पना नहीं की जा सकती है|विषुवत रेखा पर उष्णकटिबंधीय निम्न वायुदाब का क्षेत्र पाया जाता है |
- पृथ्वी पर 30-40० उत्तरी तथा दक्षिणी अक्षांशों के मध्य उपोष्ण जलवायु का क्षेत्र होता है | इसे उच्च वायुदाब का क्षेत्र भी कहते हैं, क्योंकि यहाँ हवाएं नीचे की ओर बैठती हैं|उपोष्ण उच्चवायु दाब के क्षेत्र में वर्षा नहीं होती है इसका कारण यह है किधरातल पर नीचे की ओर उतरने वाली हवाएं वर्षा नहीं करती हैं|
- पृथ्वी पर 30-40० अक्षांश के मध्य के क्षेत्र सबसे शुष्क होते हैं |चूँकि 30-40०अक्षांशों के बीच वर्षा नहीं होती है इसलिए उपोष्ण उच्च वायुदाब के क्षेत्र में महाद्वीपों के जो भी भूभाग आते हैं, वे सूखे रह जाते है|वर्षा नही होने के कारणइन क्षेत्रों में मरूस्थल का विकास हो जाता है |विश्व के सभी मरूस्थल 30-40० अक्षांशों के मध्य पाये जाते हैं |
- महाद्वीपों के पश्चिमी तटों पर हमेशा ठण्डी जलधारा तथा महाद्वीपों के पूर्वी तटों पर गर्म जलधारा का प्रवाह होता है |
- महाद्वीपों के पश्चिमी तटों पर ठण्डी जलधारा प्रवाहित होती है जिसके कारण पश्चिमी तटों पर प्रवाहित होने वाले जल का वाष्पीकरण नहीं हो पाता है |जल का वाष्पीकरण नही होने के कारण महाद्वीपों के पश्चिमी तटों पर वर्षा नहीं हो पाती है |यही कारण है कि महाद्वीपों के पश्चिमी भाग में मरूस्थलों का विकास हुआ है |
विश्व के प्रमुख मरुस्थल/रेगिस्तान
नाम | देश | क्षेत्रफल (किमी.) | |
1 | सहारा मरुस्थल | उत्तरी अफ्रीका | 90,65,000 |
2 | लिबयान मरुस्थल | उत्तरी अफ्रीका | 16,83,500 |
3 | आस्ट्रेलियन मरुस्थल | ऑस्ट्रेलिया | 15,54,000 |
4 | ग्रेट विक्टोरिया मरुस्थल | ऑस्ट्रेलिया | 3,38,000 |
5 | अटाकामा मरुस्थल | उत्तरी चिली | 1,80,000 |
6 | पेंटागोनियन मरुस्थल | अर्जेंटीना | 6,73,000 |
7 | सीरियन मरुस्थल | अरब | 3,23,800 |
8 | अरब रेगिस्तान मरुस्थल | अरब | 2,30,00,00 |
9 | गोबी मरुस्थल | मंगोलिया | 10,36,000 |
10 | रब आल खाली मरुस्थल | अरब | 6,47,500 |
11 | कालाहारी मरुस्थल | बोत्स्वाना | 5,18,000 |
12 | ग्रेट सेंडी मरुस्थल | ऑस्ट्रेलिया | 3,40,000 |
13 | ताकला माकन मरुस्थल | चीन | 3,27,000 |
14 | अरुनता मरुस्थल | ऑस्ट्रेलिया | 310800 |
15 | कराकुम मरुस्थल | दक्षिण-पश्चिमी तुर्किस्तान | 2,97,900 |
16 | नूबियन मरुस्थल | उत्तरी अफ्रीका | 2,59,000 |
17 | थार मरुस्थल | उत्तरी-पश्चिमी भारत | 2,59,000 |
18 | किजिलकुल मरुस्थल | मध्य तुर्किस्तान | 2,33,100 |
19 | तनामी मरुस्थल | ऑस्ट्रेलिया | 37,500 |
20 | नेगेव मरुस्थल | इजराइल | 12,170 |
21 | मोजावे मरुस्थल | अमेरिका | – |
22 | दि ग्रेट बेसिन मरुस्थल | अमेरिका | 4,09,000 |
23 | नामीब मरुस्थल | नामीबिया | 1,35,000 |
24 | डेथ वैली मरुस्थल | पूर्वी कैलिफ़ोर्निया | – |
25 | चिहोहुआ मरुस्थल | उत्तरी अमेरिका | 5,18,000 |
26 | सिम्पसन मरुस्थल | ऑस्ट्रेलिया | 170,000 |
27 | गिब्सन मरुस्थल | पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया | 156,000 |
28 | मंगोलिया मरुस्थल | एशिया व रुस के बीच | 10,00,000 |
29 | नूबियन मरुभूमि | सूडान | – |
30 | मोजेव मरुस्थल | संयुक्त राज्य अमेरिका | – |
31 | कालाहारी रेगिस्तान | दक्षिणी-पश्चिमी अफ्रीका | 90,00,000 |
32 | अटाकामा मरुस्थल | चिली | 1,05,000 |
33 | रूब-अल-खाली मरुस्थल | सऊदी अरब | – |
34 | सोनोरान मरुस्थल | मैक्सिको | – |
- विश्व के मरुस्थलों में सर्वाधिक जनसंख्या का घनत्व थार मरूस्थल में पाया जाता है |
- काराकुम मरूस्थल और काइजिलकुम मरूस्थल कैस्पियन सागर झील के पश्चिम में स्थित है |
- कैस्पियन सागर के दक्षिण में ईरान स्थित है| यहाँ दस्त-ए-लुट और दस्त-ए-कबीर नामक मरुस्थलों का विस्तार है |
- लाल सागर के उत्तर में अरब का प्रायद्वीप स्थित है| अरब प्रायद्वीप विश्व का सबसे बड़ा प्रायद्वीप है | अरब प्रायद्वीप पूरी तरह से मरूस्थलीय है|इस प्रायद्वीप का सबसे बड़ा देश सउदी अरब है | अरब प्रायद्वीप में पेट्रोलियम का विशाल भण्डार संचित है |
- अफ्रीका महाद्वीप का लगभग सम्पूर्ण उत्तरी भाग मरूस्थलीय है | अफ्रीका महाद्वीप के उत्तर में सहारा का मरूस्थल स्थित है | सहारा विश्व का सबसे बड़ा मरूस्थल है |
- सहारा मरूस्थल में दो छोटे-छोटे मरूस्थल स्थित हैं, जो निम्नलिखित हैं –
(i) लीबिया का मरूस्थल
(ii) नूबियन का मरूस्थल
- हॉर्न ऑफ अफ्रीका के देशों में सोमालिया एक प्रमुख देश है |इसे सोमाली मरूभूमि या सोमालिया का मरूस्थल भी कहते हैं |
- अफ्रीका महाद्वीप के दक्षिण में दो मरूस्थल स्थित हैं –
(i) कालाहारी मरूस्थल
(ii) नामीब मरूस्थल
- नामीब मरुस्थल नामीबिया में स्थित है |कालाहारी मरुस्थल मुख्य रूप से बोत्सवाना में स्थित है |किन्तु इसका विस्तार तीन देशों बोत्सवाना, नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका में है | कालाहारी मरूस्थल का प्रमुख जीव शुतुरमुर्ग है |
- उत्तरी अमेरिका महाद्वीप में दो मुख्य मरूस्थल स्थित हैं –
(i) ग्रेट बेसिन का मरूस्थल
(ii) सोनोरन मरूस्थल
- सोनोरन मरूस्थल का उत्तरी भाग संयुक्त राज्य अमेरिका में स्थित है जबकि दक्षिणी भाग मैक्सिको में स्थित है |
- दक्षिण अमेरिका महाfद्वीप पर दो प्रमुख मरूस्थल स्थित हैं –
(i) आटाकामा मरूस्थल
(ii) पैंटागोनिया मरूस्थल
- दक्षिण अमेरिका महाद्वीप के पश्चिमी तट पर उत्तर से लेकर दक्षिण तक एण्डीज पर्वत का विस्तार है | एण्डीज पर्वत के पूर्व में विषुवत रेखा के साथ-साथ सदाबहार वर्षा वन पाये जाते हैं | यहाँ से विश्व की सबसे बड़ी नदी प्रवाहित होती है, इसे अमेजन नदी कहते हैं |
- दक्षिण अमेरिका महाद्वीप पर वर्षा एण्डीज पर्वत के पूर्व में विषुवत रेखा के आस-पास ही होती है और एण्डीज पर्वत के पश्चिम का क्षेत्र पूरी तरह से सूखा रह जाता है | इसका एक कारण यह भी है कि एण्डीज के पश्चिम में पेरू की ठण्डी जलधारा प्रवाहित होती है |
- दक्षिण अमेरिका महाद्वीप परएण्डीज पर्वत के पश्चिम में आटाकामा मरुस्थल का विकास हुआ है| आटाकामा मरुस्थल चिली के उत्तरी भाग में स्थित है| आटाकामा मरूस्थल में एक अरीका नामक स्थान है | अरीका दुनिया का सबसे शुष्कतम स्थल है | पैंटागोनिया का पठार अर्जेंटीना में स्थित है |
- आस्ट्रेलिया में वर्षा ग्रेट डिवाडिंग रेंज के पूर्वी ढाल पर होती है| ग्रेट डिवाडिंग रेंज को पश्चिम की तरफ बढ़ने पर वर्षा की मात्रा घटती जाती है |
- आस्ट्रेलिया महाद्वीप के पश्चिम में आस्ट्रेलिया की ठण्डी जलधारा प्रवाहित होती है |ठण्डी जलधारा प्रवाहित होने के कारण यहाँ वर्षा नहीं हो पाती है|अत: आस्ट्रेलिया का पश्चिमी भाग पूरी तरह से मरुस्थलीय है |
- आस्ट्रेलिया के मरूस्थल में छोटे-छोटे कई मरूस्थल स्थित हैं|जैसे-ग्रेट विक्टोरिया, ग्रेट सैंडी, गिब्सन, सिम्पसन बार्बटन, स्टुअर्ट आदि |
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