Friday, July 5, 2019

बिहार का इतिहास

बिहार का इतिहास | Bihar History in Hindi

  • बिहार
    (Bihar) भारत की प्राचीन सभ्यता का समृद्ध केंद्र है यह राज्य चन्द्रगुप्त मौर्य एवं सम्राट अशोक से सम्बंधित रहा है |
  • सम्राट अशोक के समय मगध में 19 हजार बौद्ध विहार थे | इन्ही वजह से इसे बिहार कहा जाता है |
  • यहा भगवान महावीर और बुद्ध से संबधित कई स्थल है |
  • 12वी शताब्दी में मुहम्मद बिन खिलजी के आक्रमण कर नालंदा और तक्षशिला विश्वविद्यालयो को तबाह करने के साथ साथ हजारो बौद्ध भिक्षुओ को मार दिया था |
  • सिक्खों के दसवे और अंतिम गुरु गोविन्द सिंह का जन्म पटना में हुआ |
  • जैन धर्म के 24वे तीर्थंकर वर्धमान महावीर का जन्म पटना जिले के कुंडलपुर ग्राम में हुआ था |
  • प्राचीन भारत के शक्तिशाली मगध साम्राज्य की राजधानी पाटलिपुत्र (पटना ) थी |
  • शेरशाह सुरी ने पाटलिपुत्र की प्राचीन भूमि पर पटना शहर की स्थापना की |
  • 12 दिसम्बर 19 11 को संयुक्त बिहार एवं उडीसा के प्रावधान को बदलकर 1936 में बिहार को अलग राज्य बनाया गया |
  • बिहार (Bihar) का वर्तमान स्वरूप 01 नवम्बर 1956 में अस्तित्व में आया |
  • 2000 में इसमें से झारखंड अलग प्रांत बनाया गया |

बिहार की भौगोलिक स्थिति | Geographic Facts about Bihar in Hindi

  • बिहार (Bihar) के पूर्व में पश्चिमी बंगाल , पश्चिम में उत्तर प्रदेश , दक्षिण में झारखंड और उत्तर में नेपाल है |
  • बिहार की परिस्थीतीयो के अनुसार इसे तीन प्राकृतिक इकाइयों में विभक्त किया गया है तराई क्षेत्र , मैदानी इलाका और छोटा नागपुर पठार
  • तराई भाग – यह हिमालय पर्वत श्रुंखला की शिवालिक श्रेणी का हिस्सा है यह पश्चिम चम्पारण जिले के उत्तरी भाग में 32 किमी लम्बे और 6.8 किमी चौड़े क्षेत्र में स्थित है | यह क्षेत्र उत्तर पश्चिम से दक्षिण पूर्व तक भारत नेपाल सीमा के समानंतर है | यह पर्वत क्षेत्र सुमेरश्वर एवं दून नामक दो पर्वतमालाओ से मिलकर बना है जिन्हें हुरडा नदी पृथक करती है |
  • मैदानी इलाका – बिहार का मैदानी भाग प्रदेश के कुल क्षेत्रफल के लगभग 42 प्रतिशत हिस्से में फैला है | दक्षिण में 150 किमी की समोच्च रेखा तथा उत्तर में तराई क्षेत्र को भारत-नेपाल अंतर्राष्ट्रीय सीमा रेखा इसका सीमांकन करती है |
  • छोटा नागपुर पठार – बिहार के मैदानी क्षेत्र के ठीक दक्षिण में 150 मीटर की समोच्च रेखा का आरम्भ है रोहतास की कैमूर पहाडी के अतिरिक्त समस्त क्षेत्र छोटा नागपुर पठार के अंतर्गत आता है | यह उत्तरी पूर्वी भारत की ओर फैले प्रायद्वीपीय भारत का एक हिस्सा है | यहा के चट्टानों को कैम्ब्रियन पूर्व युग का माना जाता है | पश्चिम का घाट एवं पूर्व में राजमहल पहाडी , ज्वालामुखी के लावे के जमाव का परिणाम है |
  • बिहार (Bihar) में गंगा ,सोन , गंडक , बागमती , घाघरा ,कोसी ,महानदी एवं दामोदर सहित अन्य प्रमुख नदिया है

बिहार की आर्थिक स्थिति | Economic Facts about Bihar in Hindi

  • अर्थव्यवस्था के लिहाज से बिहार भारत के सबसे गरीब राज्यों की श्रेणी में आता है
  • बिहार (Bihar) में चावल , गेहू , गन्ना ,जौ ,बाजरा ,जुट एवं चना सहित अन्य फसले उत्पादित की जाती है |
  • उद्योगों में यहा पर  लौह इस्पात , अलुमिनियम , ताम्बा , जस्ता , इंजीनियरिंग ,रसायन ,मोटरगाडी ,सूती वस्त्र ,चीनी ,रेशम ,जुट ,तम्बाकू-उर्वरक ,तेल शोधक ,कोयला उद्योग है |
  • खनिजो में लौह अयस्क , मैगनीज ,कोयला , क्रोमियम , युरेनियम ,वेनेडियम ,बॉक्साईट ,ताम्बा ,सोना ,टिन ,सीसा ,थोरियम , चीनी मिटटी ,फेल्सपार , ग्रेफाईट ,सोपस्टोन , सपेटाईट  ,अभ्रक ,चुना पत्थर ,डोलोमाईट , केयोनाईट ,एस्बेस्टस खनिज पाए जाते है |
  • यहा अभ्रक का देश में सर्वाधिक 54.8 प्रतिशत तथा कोयले का 34.8 प्रतिशत उत्पादन होता है |

बिहार में परिवहन व्यवस्था | Transportation Facts of Bihar in Hindi

  • राज्य में करीब 76065 किमी लम्बी सडके है इसमें से लगभग 3537 किमी राष्ट्रीय राजमार्ग एवं 17898 किमी प्रांतीय राजमार्ग है |
  • सबसे बड़ा नदी पुल गांधी सेतु है |
  • हवाई अड्डे पटना एवं बिहटा में है | जलमार्ग की लम्बाई 900 मील है |

बिहार के त्यौहार और संस्कृति | Social and Cultural Facts about Bihar in Hindi

  • बिहार (Bihar) राज्य में अनेक त्यौहार मनाये जाते है | छठ पूजा त्यौहार में यहा के निवासियों की गहरी आस्था जुडी हुयी है | यह साल में दो बार (चैत्र और कार्तिक) मनाया जाता है | अन्य राज्यों में रहने वाले बिहार के लोग भी बड़ी धूमधाम से मनाते है |
  • बिहुला भी प्रमुख त्योहारों में से एक है जो भागलपुर क्षेत्र में काफी प्रसिद्ध है |
  • अन्य त्योहारो में बसंत पंचमी ,शिवरात्रि ,रक्षाबंधन , होली , दुर्गा पूजा ,दीपावली आदि मनाये जाते है |
  • मुस्लिम और ईसाई धर्मो को मानने वाले भी ईद ,ईदुलजुहा और क्रिसमस मनाते है |
  • Seraikella Chhau यहा का मुख्य लोक नृत्य है |
  • सोनपुर का पशु मेला काफी प्रसिद्ध है जहा जहा चन्द्रगुप्त मौर्यके दौर से हाथी घोड़े खरीदे जाते है |

बिहार के पर्यटन स्थल | Bihar Toursim guide in Hindi

पटना | Patna

इस शहर की स्थापना का श्रेय शेरशाह सुरी को जाता है जिसने मुगल सम्राट हुमायु को हराया था | यह शहर पाटलीपुत्र के नाम से भी जाना जाता था | यहा कई सांस्कृतिक स्थलों के अलावा आधुनिक युग के दर्शनीय स्थल भी है | महात्मा गांधी को समर्पित गांधी संग्रहालय देशी विदेशी पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र है | यहा गांधीजी के जीवन दर्शन से संबधित सभी दुर्लभ वस्तुओ का संग्रह है | पटना स्थित गोलघर लगभग 214 वर्ष पुराना है | बिना किसी स्तम्भ का बना यह गोलाकार अद्भुद भवन अन्न संग्रह के उद्देश्य से बनाया गया था |
कुम्हरार , जो अस्सी खम्भों वाला सभा भवन है | इन खम्बो को एक ही पत्थर से काटकर बनाया गया था भी देखने लायक है |अन्य दर्शनीय स्थलों में संजय गांधी जैविक उद्यान ,शहीद स्मारक ,मीतनघाट दरगाह शरीफ , बांकीपुर क्लब , मौर्यलोक आदि है | यहा खुदा बक्श लाइब्रेरी भी है जहा 18 हजार पांडूलिपियाँ संरक्षित है | ये पांडूलिपिया अरबी , फारसी ,उर्दू ,तुर्की एवं पश्तू भाषा में है जिनमे चिकित्सा , कला ,विज्ञान ,गणित ,खगोलशास्त्र आदि का ज्ञान छिपा है |

गया |  Gaya

प्राचीनकाल में गया मगध साम्राज्य का एन अंग था | एतेहासिक ,धार्मिक एवं सांस्कृतिक दृष्टि से गया का विशेष महत्व रहा है | यहा घुमने के लिए कई महत्वपूर्ण पर्यटन है | गया की खूबसूरती का राज उसके चारो और पर्वतों की श्रुंखला है | गया में कई तालाब है जो इसे मनोहारी बनाते है पर सूर्यकुंड का विशेष स्थान है | यह मगध का प्राचीनतम सरोवर है | विष्णुपद मन्दिर फल्गु नदी के किनारे स्थित है | इस मन्दिर में भगवान विष्णु के 13 इंच के चरण चिन्ह है | इसके अलावा सीताकुंड , कवली देवी का मन्दिर और मातृयोनी गुफा आदि शामिल है |

बोधगया

निरंजना नदी के तट पर बोधगया अंतर्राष्ट्रीय पर्यटन स्थल है | रमणीय पर्वतीय भू-भाग ,निर्मल जलवाहिनी नदियाँ , सघन कमलदलों से अच्छादित सरोवर ,सघन वन ,उपवन आदि मन:प्रशासक दृश्यावलियो से युक्त यह स्थल प्रसिद्ध बौद्ध तीर्थ है |

महाबोधि मन्दिर | Mahabodhi Temple


यहा का महाबोधि मन्दिर उत्तर भारत के अन्य मन्दिरों की तुलना में अद्वीतीय और बेमिसाल है | यह बोधि वृक्ष एवं वज्रासन के पूरब दिशा में सटा है | यह मन्दिर 170 फीट ऊँचा , बहुअलंकृत पेगोडानुमा बना हुआ है | महात्मा बुद्ध को जिस वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुयी थी वह बोधिवृक्ष भी यही है जिसे दूर दूर से देखने लोग आते है | यहाँ के अन्य दर्शनीय स्थलों में आजपाल का वटवृक्ष, अलौकिक वृक्ष ,मुंचलिंद सरोवर ,अशोक पिलर एवं मनौती द्वीप केंद्र है |

राजगीर

पहाडियों से घिरा विश्व प्रसिद्ध पर्यटन स्थल राजगीर अपने प्राकृतिक सौन्दर्य के लिए ख़ासा आकर्षण केंद्र बना हुआ है | प्राचीनकाल में सम्राट जरासंध ने अनेक प्रतिद्वंदी राजाओ को पराजित कर राजगीर दुर्ग में बंद कर रखा था | 28 दिनों तक चले मल्लयुद्ध में भीम ने जरासंध ने दोनो पैर चीर कर मार डाला था |
राजगीर जिन पांच पहाडियों से घिरा हुआ है उन्हें पंचपहाडी नाम से जाना जाता है |  ये करीब एक हजार फीट ऊँची है | वैभार ,विपुलाचल रत्नागिरी ,उदयगिरी और सोरोनगिरी के नाम से ये मशहूर है | यहा के अन्य दर्शनीय स्थलों में झरने , जरासंध का अखाड़ा ,विश्व शान्ति स्तूप , बिम्बिसार का जेल मनियार मठ सप्तवर्णी गुफा ,वेष्णुवन और आकर्षक संग्रहालय वीरायतन है |
     
             
      Hiii Frndzzzz!!!!!!
आपसे गुज़ारिश है की हमारे डाटा पसंद आने पर लाइककमेंट और शेयर करें ताकि यह डाटा दूसरों तक भी पहुंच सके और हम आगे और भी ज़्यादा जानकारी वाले डाटा आप तक पहुँचा सकेंजैसा आप हमसे चाहते हैं.
                                                                                                                                                                                           Thanxxxx  A Lot           

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